आहत भाग 198

दीपेन्द्र अब उस लड़की का हाथ पकड़ कर पीछे कर देता है और दोनों वही पर छिप जाते हैं तो देखते हैं कि एक बूढ़ा आदमी लड़खड़ा कर वहां आ रहा था उसके हाथ मे एक पोटली थी
और वह पोटली खोलता है जिसमें रोटियां थी और आलू भी था वो अपना खाना खाने बैठ जाता है लेकिन वह एक ओट से दीपेन्द्र को देख कर थोड़ा सा ठिठक जाता है और खाना वही रख कर दीपेन्द्र की तरफ बढ़ जाता है और दीपेन्द्र से कहता है कि कौन हो तुम और यहां क्या कर रहे हों क्या तुम कोई तस्कर हो अभी दो दिन पहले तस्कर पकड़ लिए गए हैं तुम मुर्दे खोदने आए हो
बोलो ये सच है कि नहीं
अभी मैं बुलाता हू सबको और वो लोग तुम्हें अभी पकड़ ले जाएंगे
और वो आवाज देने लगता है तभी वो लड़की निकल आती हैं जो झाड़ी में छिपी हुई थी
और वो कहती हैं कि हम तस्कर नहीं हैं हमारा कोई गलत इरादा नहीं है हम मुसीबत मे है आप हमारी मदद करो
क्रमशः
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